पीरियड में पेट दर्द के लिए रामबाण इलाज
हर महीने महिलाओं को पीरियड्स (Women's Menstrual) के दौरान 5 से 7 दिन ब्लैकआउट और मूड स्विंग्स का अनुभव होता है। ज्यादातर महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान दर्द, पेट में मरोड़ और भारी रक्तस्राव का अनुभव होता है। पीरियड्स के दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं।
ऐसे में शरीर के हार्मोन्स काफी प्रभावित होते हैं। इससे महिलाओं को मूड स्विंग और शरीर में दर्द जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यह दर्द पीरियड शुरू होने से पहले ही शुरू हो जाता है।
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शरीर में दर्द, पेट में मरोड़, हाथ, पैर, कूल्हों में दर्द, जो पीरियड्स शुरू होने से पहले शुरू हो जाता है। यह अनुभव ज्यादातर महिलाओं के लिए मासिक धर्म शुरू होने से 3 दिन पहले शुरू होता है, जो दर्शाता है कि मासिक धर्म का दिन निकट है। लगभग 80% महिलाएं अपने जीवनकाल में कभी न कभी पीरियड के दर्द का अनुभव करती हैं ।
आप अपनी शुरुआती किशोरावस्था से लेकर रजोनिवृत्ति तक मासिक धर्म के दर्द से पीड़ित हो सकते हैं। ज्यादातर महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान कुछ परेशानी का अनुभव होता है, खासकर पहले दिन। लेकिन 5% से 10% महिलाओं में दर्द इतना गंभीर होता है कि उनका जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है।
कुछ महिलाओं को पता होता है कि उनके पीरियड्स उनके शरीर में होने वाले इन बदलावों और दर्द की वजह से आ रहे हैं। इसे प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम कहा जाता है।
मासिक धर्म का दर्द लगभग सभी महिलाओं को होता है। यह कोई सामान्य बात नहीं है। मासिक धर्म के दौरान दर्द प्रोस्टाग्लैंडीन हार्मोन के उच्च स्तर के कारण होता है। अगर इस हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है तो पीरियड्स के दौरान दर्द भी बढ़ जाता है।
डॉ रुचि भारद्वाज कहती है कि PMS, एंडोमेट्रियोसिस, फाइब्रॉएड, पीआईडी-पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज, एडिनोमायोसिस, कमजोर मांसपेशियां, सर्वाइकल स्टेनोसिस, पोषण की कमी से प्रोस्टाग्लैंडीन का उच्च स्तर होने की संभावना है।
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डॉ रुचि भारद्वाज कहती हैं, कि सभी महिलाओं में पीरियड का दर्द अलग-अलग तीव्रता का होता है। मासिक धर्म के दौरान तेज दर्द गंभीर बीमारियों का संकेत हो सकता है। डॉक्टर से जांच कराएं। जीवनशैली में कुछ बदलाव करें।
फिटकरी लगाना - विशेषज्ञों के अनुसार फिटकरी के तेल को पेट के निचले हिस्से पर नियमित रूप से लगाने से मासिक धर्म के दौरान पेट में ऐंठन और दर्द कम हो जाएगा। मासिक धर्म के दौरान किसी भी तरह की मालिश न करें।
गर्म पानी और ठंडा सेक - पीरियड्स के दौरान दर्द से राहत पाने के लिए पेट के निचले हिस्से और कमर में गर्म पानी की थैली या हीटिंग पैड लगाएं। कोल्ड कंप्रेस लगाएं।
अच्छा खाना - पीरियड्स के दौरान शरीर को स्वस्थ रखने के लिए अच्छी डाइट का पालन करना चाहिए। पीरियड्स के दौरान दर्द और कमजोरी होती है। इससे बचने के लिए स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ रुचि भारद्वाज हरी पत्तेदार सब्जियां, कद्दू के बीज, बादाम, काजू, नींबू, अमरूद, खट्टे फल, कीवी, स्ट्रॉबेरी, ब्रोकली, शिमला मिर्च, आंवला का सेवन करने की सलाह देते हैं।
अदरक वाली चाय पिएं - पीरियड के दर्द को कम करने के लिए एक कप अदरक, कैमोमाइल या रास्पबेरी की पत्ती वाली चाय पिएं। पीरियड्स के दौरान शराब या सिगरेट से परहेज करें।
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