आज पूरी दुनिया में आयुर्वेद को बहुत ही खुशी के साथ अपनाया जा रहा है । बड़े बड़े असाध्य रोग भी आयुर्वेद की मदद से ठीक हो रहें है इसके जीते जगाते उदाहण और सोशल मीडियो के माध्यम से मिल जाएंगे। आज हम बात कर रहें है ट्यूबल ब्लॉकेज कि और आयुर्वेद की। कि कैसे आयुर्वेद की मदद से ट्यूबल ब्लॉकेज को ठीक किया जाता है।
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ट्यूबल ब्लॉकेज महिलाओं में होने वाली प्रजनन की एक बड़ी समस्या बन चुकी है और इससे लगभग 40 प्रतिशत महिलाएं प्रभावित हैं । बांझपन (आंकडे बताते हैं दुनिया भर में महिलाओं में ब्लॉक्ड फैलोपियन ट्यूब बांझपन के सबसे आम कारणों में से एक हैं। यदि आपकी फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक है, तो इसका मतलब है कि शुक्राणु अंडे तक नहीं पहुंच पा रहा है, इस समस्या से पीड़ित कई महिलाएं बांझपन से जुझ रही हैं। एक्टिव आयु लाइफ आने वाली अधिकांश महिलाओं में बांझपन का मुख्य कारण महिला का फैलोपियन ट्यूब ही पाया गया है, जिसकी पुष्ठि खुद ही वहां की संचालक डॉ रुचि भारद्वाज ने अपने एक इंटरव्यू में की है।
पिछले 10 वर्षों के दौरान डॉ रुचि भरद्वाज अपना अनुभव साझा करते हुए बताती हैं, कि महिलाएं अक्सर शादी के बाद चिंता में पड़ जाती है, जब उन्हें पाता चलता है, कि उन्हें ट्यूब बंद है और वह बंद ट्यूब में माँ नहीं बन पायेंगी तो उनकी खुशी छिन सी जाती है। कई ऐसी भी महिलाएं है जिनकी ट्यूब बंद होने पर वह आईवीएफ का सहारा लेती है परंतु उन्हें उसमें भी सफलता नहीं मिलती है तो ऐसे में फिर वह और भी ज्यादा परेशान हो जाती है।
देखिये यदि आपकी ट्यूब बंद है तो आप बिल्कुल भी परेशान मत हो, क्योंकि आयुर्वेद में इस समस्या का 100 प्रतिशत निदान संभव है और आज न जानें कितने निःसंतान दंपत्तियों के घर आयुर्वेद की मदद से किलकारी गुंज रही हैं। तो आप भी एक बार बंद फैलोपिनय ट्यूब को खोलने के लिए आयुर्वेदिक डॉक्टर से परामर्श जरुर करें। इससे आपकी गर्भधारण की संभावना आईवीएफ के मुकाबले बहुत ही ज्यादा होती है और इससे आपको गर्भधारण करने में आसानी हो जाती है।
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तो चलिए अब बात कर लेते हैं, कि कैसे आयुर्वेद की उत्तर बस्ती महिला को गर्भवती करने में मदद करती हैं -
आयुर्वेद एक नेचुलर प्रकिया है, जिसके अंतर्गत महिला के शरीर के प्रकति के अनुसार उसको औषधि रसायनों का सेवन कराया जाता है और बंद ट्यूब को खोलने (Tubal Blockage Treatment) के लिए एक खास तकनीकी के माध्यम से महिला की योनि में एक विशेष प्रकार से मिश्रणों से तैयार औषधियों को प्रवेश कराया जाता है , जिससे महिला की फैलोपियन ट्यूब खुल जाती है और गर्भधारण जैसी तैयारी के लिए फिर सी रिकवर हो जाती है। उत्तर बस्ती पंचकर्म पद्धति से महिला के प्रजनन अंग पूर्ण रुप से सक्रिय होकर कार्य करने लगते हैं और महिला को गर्भधारण करने में उसकी मदद करते हैं।
HSG Test के बाद फैलोपियन ट्यूब बंद होने की पुष्टि हो जाने के बाद आयुर्वेद डॉक्टर अक्सर निःसंतान दंपतियों को उत्तर बस्ती लेने का परामर्श देते हैं। उत्तरबस्ती बांझपन (निःसंतानता) जैसी समस्याओं को समाप्त करने के लिए एक रामबाण उपाय की तरह कार्य करती है। इसके लिए महिलाओं को पीरियड्स के समाप्त हो जाने के एक या दो दिन बाद आयुर्वेद पंच कर्मा केन्द्र पर बुलाया जाता है। इसके बाद यह प्रकिया करीब एक सप्ताह तक नियमित रुप से चलती है । इसके बाद फिर महिला का HSG Test कराया जाता है , ताकि पता चल सके कि महिला की ट्यूब खुल चुकी है या फिर बंद है।
हमारे एक्टिव आयु लाइफ क्लिनिक फर्टिलिटी सेंटर में, इस तरह के कई महिलाओं को आसानी से गर्भ धारण करने का अवसर मिलता है क्योंकि अत्याधुनिक व प्राचीन आयुर्वेदिक उपचार से फैलोपियन ट्यूब की समस्या और रुकावटें दूर हो जाती हैं। आयुर्वेद के पंचकर्मा उपचार जरिए कई जोड़े नॉर्मल कंसीव करते हैं और आज खुश हैं।
Why online consultation?
In this pandemic time avoid to visit clinic and go outside until & unless it is not